वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-भाजपा सूत्रों ने बताया कि भाजपा की सूची में सिंधिया समर्थक विधायक महेंद्र सिसोदिया, सुरेश धाकड़, बृजेंद्र यादव के टिकट लगभग तय है। गौरीशंकर बिसेन की जगह उनकी बेटी को चुनाव लड़ाया जा सकता है। जबकि मंत्री ओपीएस भदौरिया का टिकट संकट में है। वहीं पार्टी ने 8 मंत्रियों के टिकट रोके थे, इनमें से ज्यादातर को हरी झंडी मिल गई है...
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार शुरू हो गया है। लेकिन सभी की निगाहें अब भाजपा और कांग्रेस की अंतिम सूची पर लगी हुई हैं। दोनों दलों ने उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं। लेकिन लिस्ट जारी करने के लिए 'तू पहले, तू पहले' के इंतजार में है। भाजपा के 94 और कांग्रेस के 86 प्रत्याशियों के नाम तय होना बाकी हैं। कांग्रेस की चुनाव समिति की बैठक हो चुकी है। जबकि भाजपा की कोर ग्रुप की बैठक के बाद अब केंद्रीय चुनाव समिति का होना है। भाजपा की 5वीं सूची 20 या 21 अक्तूबर को आ सकती है। कांग्रेस की लिस्ट गुरुवार रात या फिर 20 अक्तूबर तक आने की उम्मीद है।
भाजपा में इन नेताओं के तय हुए नाम
भाजपा में बची हुई 94 सीटों को लेकर चर्चा पूरी हो गई है। केंद्रीय चुनाव समिति में अंतिम मुहर लगने के बाद पांचवी सूची जारी हो जाएगी। इसमें अधिकत्तर सीटों पर प्रत्याशियों का एलान कर दिया जाएगा। भाजपा सूत्रों ने बताया कि भाजपा की सूची में सिंधिया समर्थक विधायक महेंद्र सिसोदिया, सुरेश धाकड़, बृजेंद्र यादव के टिकट लगभग तय है। गौरीशंकर बिसेन की जगह उनकी बेटी को चुनाव लड़ाया जा सकता है। जबकि मंत्री ओपीएस भदौरिया का टिकट संकट में है। वहीं पार्टी ने 8 मंत्रियों के टिकट रोके थे, इनमें से ज्यादातर को हरी झंडी मिल गई है। मंत्री इंदर सिंह शुजालपुर और उषा ठाकुर महू से ही चुनाव लड़ेंगी।
सूत्रों ने बताया कि भाजपा ने 10 से 15 विधायकों को छोड़कर बाकी विधायकों को हरी झंडी दे दी है। पवई सीट से मौजूदा विधायक प्रहलाद लोधी का नाम आगे है। उज्जैन उत्तर में वर्तमान विधायक पारस जैन दावेदारों में सबसे आगे हैं, लेकिन पार्टी ने अनिल जैन कालूहेड़ा का नाम संगठन को भेजा है। पारस जैन की पूर्व मंडी क्षेत्र में पकड़ है इसलिए निर्णय केंद्रीय संगठन ही लेगा। भोपाल दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट पर पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता और स्थानीय नेताओं के नामों पर पेंच फंसा है। जबकि ग्वालियर पूर्व से पूर्व मंत्री माया सिंह, भिंड से नरेंद्र कुशवाहा, ग्वालियर दक्षिण से पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, इंदौर-5 से महेंद्र हार्डिया, टीकमगढ़ से राजेंद्र तिवारी, भोजपुर से सुरेंद्र पटवा, होशंगाबाद से सीताशरण शर्मा को फिर मौका मिल सकता है।
दूसरी सूची में कांग्रेस जारी करेगी करीब 50 नाम
मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की दूसरी सूची गुरुवार शाम तक आने की उम्मीद है। बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की बैठक हुई। कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि सभी 86 सीटों पर नाम फाइनल कर लिए गए है। लेकिन दूसरी सूची में 50 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा हो सकती है। बची हुई 36 सीटों की घोषणा कुछ दिन बाद होगी।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने दूसरी लिस्ट में सर्वे के आधार पर नए चेहरे पर दांव लगाया है। जिन विधायकों को चुनाव लड़ाया जाना है, उन्हें संगठन की ओर से संकेत भी दे दिए गए हैं। वहीं, जिन स्थानों पर दो या उससे अधिक दावेदार हैं, वहां जातिगत समीकरणों को देखते हुए उम्मीदवार तय किए गए हैं।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि शिवपुरी सीट को लेकर कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़ने की बात कही थी, वहां केपी सिंह की जगह भाजपा से आए वीरेंद्र रघुवंशी को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। जबकि दतिया में भी कांग्रेस उम्मीदवार अवधेश नायक की जगह राजेंद्र भारती को मौका मिल सकता है। दतिया गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की सीट है। महू से कांग्रेस रामकिशोर शुक्ला को मौका दे सकती है।
कांग्रेस ने 15 अक्तूबर को प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी, इसमें 144 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे। वहीं 86 सीटों पर प्रत्याशियों का चयन बाकी है। इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओ ने 21 विधायकों के साथ ही लगातार हारने वाली 40 सीटों पर के नामों पर मंथन किया था। इन्हीं नामों को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति के सामने रखा गया। दूसरी लिस्ट उन सीटों पर खासा फोकस है, जिस पर कांग्रेस को लंबे समय से हार का सामना करना पड़ रहा है।